व्यावसायिक प्रबन्ध में प्रबन्ध सूचना प्रणाली का महत्व तीव्र गति से बढ़ता जा रहा है। वर्तमान समय में व्यावसायिक इकाइयों के बढ़ते हुए आकार तथा उत्पादन की जटिलताओं के कारण प्रबन्ध महत्त्वपूर्ण तथ्यों की जाँच, उनका विश्लेषण एवं उनको समीभूत नहीं कर सकता। वह मात्र प्रबन्ध सूचना प्रणाली के माध्यम से ही संस्था के सम्पूर्ण क्रियाकलापों की जानकारी प्राप्त कर सकता है। आज व्यावसायिक प्रबन्ध बिना उपयुक्त सूचना प्रणाली के सफलतापूर्वक अपना कार्य संपादित नहीं कर सकता है। प्रबन्ध सूचना प्रणाली एक व्यावसायिक एवं औद्योगिक उपक्रम के लिए अत्यन्त आवश्यक होती है क्योंकि इससे प्रबन्ध को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:
- नियोजन में सहायक (Helpful in Planning): भावी नियोजन के लिए भूतकालीन तथ्यों, वर्तमान निष्पादन समंको तथा भावी प्रवृत्तियों के पूर्वानुमानों की आवश्यकता होती है। इसके लिए प्रबन्ध सूचना प्रणाली से समस्त सूचनाएँ उपलब्ध कराकर प्रबन्ध को नियोजन कार्य में सहायता की जाती है। सूचनाओं के अभाव में प्रभावशाली नियोजन असम्भव होता है।
- निर्णयन में सहायक (Helpful in Decision Making): प्रबन्धक जो कुछ कार्य करते हैं वह निर्णयन द्वारा ही किया जाता है। निर्णयन के लिए समस्या विशेष का विश्लेषण, वैकल्पिक साधनों की खोज तथा उपयुक्त विकल्प का चयन प्रबन्ध सूचनाओं के आधार पर ही सम्भव है।
- निष्पादन मूल्यांकन तथा नियन्त्रण (Performance Evaluation and Control) : प्रबन्ध सूचना प्रणाली से प्रबन्ध को वास्तविक निष्पादन की जानकारी प्राप्त होती है। प्रमाप निष्पादन से वास्तविक निष्पादन का तुलनात्मक अध्ययन किया जाता है तथा प्रबन्ध विचरणों की जानकारी कर सकता है। प्रबन्ध सूचना प्रणाली प्रबन्ध को इन विचरणों के कारणों के सम्बन्ध में भी जानकारी उपलिब्ध कराती है जिससे प्रबन्ध सुधारात्मक कार्यवाही कर नियन्त्रण स्थापित कर सकता है।
- प्रतिस्पर्धा में सफलता हेतु सहायक (Helpful in Getting Success in the Competition): आज के प्रतिस्पर्धी युग में सफलता तभी प्राप्त होती है जब व्यवसाय के प्रबन्धकों द्वारा अपने व्यवसाय तथा प्रतियोगियों के व्यवसायों के सम्बन्ध में सही-सही तथा पर्याप्त सूचना एकत्रित की जाती हो तथा उसका विश्लेषण करके, प्रभावी निर्णय किए जाते हो।
- परिवर्तन में सहायक (Helpful in Change): प्रबन्धकीय सूचना प्रणाली संस्था में समयानुकूल परिवर्तन में सहायक सिद्ध होती है।
- समन्वय में सहायक (Helpful in Co-orditiation): प्रवन्धकीय सूचना प्रणाली शीघ्र निर्णय द्वारा विभिन्न स्तरों एवं कार्यों में समन्वय स्थापित करने का कार्य करती है। उद्देश्य प्राप्ति की दृष्टि से यह संस्था में विभिन्न विभागों के मध्य एकरूपता बनाये रखती है।
- कार्यकुशलता में सुधार (Improvement in the Efficiency of the Employees): प्रबन्ध सूचना प्रणाली के माध्यम से संस्था के कर्मचारियों की कार्यकुशलता में भी सुधार होता हे। कर्मचारी अपने उत्तरदायित्व के प्रति जागरूक रहते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि सूचना प्रणाली माध्यम से उनके क्रियाकलापों की प्रबन्ध को निरन्तर सूचना प्राप्त होती रहती है तथा अकुशल की दशा में उन्हें उत्तरदायी ठहराया जा सकता है।
- व्यावसायिक लाभों में वृद्धि (Increase in Business Profits): प्रबन्धकीय सूचना शीघ्र निर्णय में सहायता प्रदान कर व्यावसायिक लाओं में वृद्धि करती है।
प्रबन्ध सूचना प्रणाली का महत्व या लाभ या उपयोगिता पूरा हो गया